नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारत आ रहे राफेल लड़ाकू विमान की क्षमता को भारतीय वायु सेना और अधिक बढ़ाने जा रही है। वायु सेना लड़ाकू विमान को फ्रांस की हैमर मिसाइल से लैस करने जा रही है।
Rafale fighter will be equipped with hammer missile in Ladakh
New Delhi. The Indian Air Force is going to increase the capacity of Rafale fighter aircraft coming to India amid the border dispute with China. The Air Force is going to equip the fighter aircraft with the Hammer missile of France. Under the emergency powers of procurement given to the armed forces by the Narendra Modi government, a Hammer missile with a capability to hit targets of up to 60–70 km is being ordered.
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सशस्त्र बलों को दी गईं खरीदारी की आपातकालीन शक्तियों के तहत, लगभग 60-70 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर मार करने की क्षमता वाली हैमर मिसाइल का आदेश दिया जा रहा है।
एएनआई के अनुसार सरकारी सूत्रों ने बताया, हैमर मिसाइलों के लिए आदेश दिया जा रहा है और फ्रांसीसी अधिकारियों ने राफेल विमान के लिए छोटे से नोटिस पर उनकी आपूर्ति करने पर सहमति जताई है।
उन्होंने कहा कि वायु सेना द्वारा इन मिसाइलों की तत्काल आवश्यकता के मद्देनजर, फ्रांसीसी अधिकारी कुछ अन्य ग्राहकों के लिए मौजूद स्टॉक से मिसाइलों को भारत को देंगे।
हैमर मिसाइल एक मध्यम रेंज की एयर टू ग्राउंड मिसाइल है, जिसे फ्रांसीसी वायु सेना और नौसेना के लिए डिजाइन व निर्मित किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि हैमर मिसाइल भारत को पूर्वी लद्दाख जैसे पहाड़ी स्थानों सहित किसी भी प्रकार के इलाके में किसी भी बंकर या कठोर आश्रय को ढूंढ निकालकर उस पर हमला करने की क्षमता देगा।
टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर वायु सेना के एक प्रवक्ता ने नए अधिग्रहण से संबंधित घटनाक्रम की पुष्टि या खंडन करने से इनकार कर दिया।
मालूम हो कि पांच राफेल लड़ाकू विमान 29 जुलाई को फ्रांस से भारत आ रहे हैं।
ये विमान 17 गोल्डन एरो कमांडिंग ऑफिसर के पायलट द्वारा उड़ाए जाएंगे।
डिलीवरी में हुई देरी
विमान की डिलिवरी पहले मई अंत तक होनी थी, लेकिन भारत और फ्रांस दोनों जगह कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए इसे दो महीने के लिए स्थगित कर दिया गया था।
प्रशिक्षकों के पास वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया के सम्मान में आरबी श्रृंखला के नंबर वाले विमान होंगे।
आरकेएस भदौरिया ने 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए भारत के सबसे बड़े रक्षा सौदे को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।